UP Mobile Veterinary Ambulance Yojana: उत्तर प्रदेश सरकार ने बीमार पशुओं और गोवंश की देखभाल और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए “पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना” की शुरुआत की है। इस योजना के तहत 520 मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस (UP Mobile Veterinary Ambulance Yojana) राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाकर पशुओं की स्वास्थ्य सेवाएं और जानकारी प्रदान करेंगी। योजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राज्य सरकार ने टोल फ्री नंबर 1962 जारी किया है।
इस योजना से उत्तर प्रदेश के पशुपालक, गौशाला संचालक, डेयरी फार्मिंग और मत्स्य पालन करने वाले किसान सीधे लाभान्वित होंगे। जब भी किसी किसान का पशु बीमार होता है या सड़क पर किसी पशु का दुर्घटना में घायल हो जाता है, तो टोल फ्री नंबर पर कॉल करके तुरंत मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस सेवा प्राप्त की जा सकती है। इस योजना के तहत दुर्घटनाग्रस्त पशुओं का नि:शुल्क इलाज और किसानों को भी नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
यूपी मोबाइल वेटरनरी यूनिट योजना | UP Mobile Veterinary Ambulance Yojana
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने 26 मार्च 2023 को पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना के तहत 201 करोड़ रुपये की लागत से 520 मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस (Mobile Veterinary Ambulance) प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री ने UP Mobile Veterinary Unit को हरी झंडी दिखाकर इस योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के अंतर्गत पशुपालक, मत्स्य पालक, गौशाला संचालक, और सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं को दुर्घटना के समय मुफ्त एंबुलेंस सेवाएं प्रदान की जाएंगी। पशुधन की नस्ल सुधारने और गोवंश संरक्षण के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने 6600 आश्रय स्थल स्थापित किए हैं, जहां इस योजना के तहत मुफ्त एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध होंगी।
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Benefits of UP Mobile Veterinary Ambulance Yojana | यूपी मोबाइल वेटरनरी यूनिट एंबुलेंस के लाभ:
- यूपी सरकार ने पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सुविधा प्रदान की है, जैसे इंसानों के लिए 108 नंबर होता है, वैसे ही 1962 डायल करने पर वेटरनरी एंबुलेंस उपलब्ध होगी।
- पशुपालक घर बैठे टोल फ्री नंबर पर कॉल कर डॉक्टर्स की टीम को बुला सकते हैं, जो उनके पशुओं का इलाज करेगी।
- पशुपालक अब अपने पशुओं के लिए तत्काल वेटरनरी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।
- सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं को भी इस योजना के तहत मुफ्त इलाज मिलेगा।
- सड़क पर गोवंश और अन्य पशुओं के दुर्घटनाग्रस्त होने पर तुरंत वेटरनरी एंबुलेंस उपलब्ध होगी।
- रात में भी गंभीर स्थिति में पशुओं के लिए इलाज की सुविधा दी जाएगी।
- प्रदेश के 6600 गोवंश आश्रय स्थलों पर मुफ्त वेटरनरी सेवाएं उपलब्ध होंगी।
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FAQ’s: UP Mobile Veterinary Ambulance Yojana
- यूपी मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस योजना क्या है?
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बीमार पशुओं और गोवंश की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई है, जिसमें 520 मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस शामिल हैं। - इस योजना का टोल फ्री नंबर क्या है?
इस योजना के लिए टोल फ्री नंबर 1962 है, जिसे पशुपालक तत्काल सहायता के लिए कॉल कर सकते हैं। - इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है?
उत्तर प्रदेश के पशुपालक, गौशाला संचालक, डेयरी किसान, और मत्स्य पालन करने वाले किसान इस योजना से लाभान्वित होंगे। - क्या एंबुलेंस सेवा मुफ्त है?
हां, इस योजना के अंतर्गत दुर्घटनाग्रस्त पशुओं का इलाज और सभी सेवाएं मुफ्त में प्रदान की जाएंगी। - क्या मैं किसी भी समय एंबुलेंस सेवा के लिए कॉल कर सकता हूं?
हां, पशुपालक किसी भी समय टोल फ्री नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस सेवा प्राप्त कर सकते हैं। - क्या योजना के अंतर्गत सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं का इलाज किया जाएगा?
हां, सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं को भी इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी | - क्या रात में भी पशुओं के लिए चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी?
हां, रात में भी गंभीर स्थिति में पशुओं के लिए इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। - योजना के तहत कितने गोवंश आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं?
उत्तर प्रदेश सरकार ने 6600 गोवंश आश्रय स्थल स्थापित किए हैं, जहां मुफ्त वेटरनरी सेवाएं उपलब्ध होंगी। - इस योजना से पशुपालकों को किस प्रकार की सेवाएं मिलेंगी?
पशुपालक घर बैठे टोल फ्री नंबर पर कॉल करके डॉक्टर्स की टीम को बुला सकते हैं, जो उनके पशुओं का इलाज करेगी। - यह योजना कब शुरू की गई थी?
यूपी मोबाइल वेटरनरी एंबुलेंस योजना का शुभारंभ 26 मार्च 2023 को किया गया था।