खाटू श्याम कब जाना चाहिए: अगर आप भी खाटू श्याम धाम जाने का विचार कर रहे हैं या जाने की इच्छा रखते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि खाटू श्याम जी के दर्शन का सही समय क्या है (khatu shyam kab jana chahiye) और वहां तक पहुंचने के कौन-कौन से साधन उपलब्ध हैं। इसलिए आज का यह लेख हम आपके लिए लेकर आए हैं, जिसमें आप जानेंगे कि खाटू श्याम जी के दर्शन का उचित समय क्या है (khatu shyam kab jana chahiye) और खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए कौन-कौन से रास्ते हैं। इस संपूर्ण यात्रा की जानकारी आज हम आपको इस लेख में प्रदान करेंगे। तो चलिए, आज के लेख की शुरुआत करते हैं: खाटू श्याम जी के दर्शन का सही समय और यात्रा के माध्यमों के बारे में जानिए और अपनी यात्रा को सुखद बनाएं।
वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खाटू श्याम को दिल्ली जाने का वरदान भगवान श्री कृष्ण ने दिया था अरे भगवान खाटू श्याम अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करते हैं जो भी वक्त उनको सच्चे दिल से याद करते हैं वे उन पर कृपा बरसाते हैं वैसे पूरे भारतवर्ष में भगवान खाटू श्याम के अनेकों मंदिर हैं लेकिन राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर सबसे अधिक प्रसिद्ध है और यदि आप इसके पीछे का इतिहास जानना चाहते हैं तो हमने इसके लिए पहले एक लेख पोस्ट कर रखा है जिसे आप दिए हुए लिंक पर क्लिक करके खाटू श्याम जी इतिहास के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं- खाटू श्याम कब जाना चाहिए (khatu shyam kab jana chahiye)
खाटू श्याम कब जाना चाहिए | खाटू श्याम जाने का सही समय
वैसे तो खाटू श्याम जाने का कोई भी निश्चित समय नहीं होता है अब जब खाटू श्याम जी के दर्शन करना चाहते हैं आप कब खाटू श्याम जी के दर्शन कर सकते हैं लेकिन हिंदू धर्म के अनुसार हर भगवान को कोई ना कोई दिन समर्पित किए गए हैं जिसके हिसाब से उनकी पूजा करने से आप की पुकार या प्रार्थना सीधा भगवान तक पहुंचती है यदि आप खाटू श्याम जी के दर्शन करना चाहते हैं तो खाटू श्याम जी के दर्शन करने का सबसे अच्छा समय और उनको समर्पित दिन फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी का दिन होता है क्योंकि इस दिन को उनके जन्मदिवस के उपलक्ष में मनाया जाता है एकादशी के दिन खाटू श्याम मंदिर में लाखों भक्तों के दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए उनसे प्रार्थना करते हैं और इस दिन को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है और खाटू श्याम परिसर में लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है यहां पर बड़े-बड़े बिजनेसमैन एकादशी के दिन आए हुए भक्तों की सेवा करते हैं
यदि आप भी भगवान खाटू श्याम जी के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो खाटू श्याम जी के दर्शन करने का सबसे शुभ दिन फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी का दिन होता है और इस दिन आप खाटू श्याम जी के दर्शन कर सकते हैं और इस दिन प्रार्थना करने से आपकी प्रार्थना पूर्ण रूप से सफल होती है – खाटू श्याम कब जाना चाहिए
खाटू श्याम जी के बारे में अधिक जानें :- खाटू श्याम कब जाना चाहिए
खाटू श्याम कब जाना चाहिए: यदि आप खाटू श्याम बाबा के बारे में अधिक जानने के इच्छुक हैं तो हमने नीचे सारणी में खाटू श्याम बाबा के बारे में कुछ पोस्ट मेंशन की है जिसमें आप खाटू श्याम बाबा का इतिहास, खाटू श्याम बाबा का नाम, खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता, खाटू श्याम जी आरती को पढ़ सकते हैं – खाटू श्याम कब जाना चाहिए
खाटू श्याम कौन हैं तथा उनसे जुड़ी 10 बातें | क्लिक करें |
खाटू श्याम जी भजन लिरिक्स | क्लिक करें |
खाटू श्याम मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? | क्लिक करें |
खाटू श्याम जी जाने का रास्ता : Khatu Shyam Kab Jana Chahiye
Khatu Shyam Jane Ka Rasta: यदि आप भी राजस्थान के सीकर जिले में खाटू नगर में स्थित खाटू श्याम बाबा के दर्शन करना चाहते हैं तो आप भी इन 3 तरीकों से खाटू श्याम मंदिर आकर भगवान खाटू श्याम के दर्शन कर सकते हैं अरे तीन रास्ते हैं बस, ट्रेन और हवाई जहाज चलिए आगे इस लेख में हम एक-एक करके खाटू श्याम मंदिर जाने के रास्ते के बारे में जानते हैं
ट्रेन से खाटू श्याम जाने का रास्ता
अगर आपको भी ट्रेन का सफर बहुत अच्छा लगता है और खाटू श्याम दर्शन के लिए आपने ट्रेन का चयन किया है तो सबसे पहले आपको अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन या अपने मोबाइल से राजस्थान में स्थित जयपुर रेलवे स्टेशन के लिए एक टिकट बुक करना होगा
और जैसे ही आप जयपुर रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे तो स्टेशन के बाहर निकलते ही आपको सिंधी कैंप बस स्टैंड से खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए डायरेक्ट बस या टैक्सी मिल जाएगी और खाटू श्याम मंदिर यहां से लगभग 80 किलोमीटर दूरी पर है और सिंधी कैंप से खाटू श्याम मंदिर के लिए बस और टैक्सी हमेशा चलती रहती है इसके लिए आपको टाइम की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है आप किसी भी टाइम सिंधी कैंप बस स्टेशन से खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए बस या टैक्सी का चयन कर सकते हैं
Also Read – खाटू श्याम को कौन सा फूल पसंद है?
हवाई जहाज द्वारा खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता
यदि आप खाटू श्याम धाम की यात्रा हवाई जहाज से करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप अपने निकटतम हवाई अड्डे से जयपुर के लिए टिकट बुक करें। जयपुर एयरपोर्ट के बाहर से ही आपको खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए बस, टैक्सी या प्राइवेट कार किराए पर मिल जाएगी, जो आपको सीधे खाटू श्याम मंदिर तक पहुंचा देगी। जयपुर एयरपोर्ट से खाटू श्याम मंदिर की दूरी लगभग 94 किलोमीटर है। इसके अतिरिक्त, यात्रा के दौरान आपको राजस्थान की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत का आनंद भी मिलेगा, जिससे आपकी यात्रा और भी सुखद और यादगार बन जाएगी। इस यात्रा में आपको राजस्थान के प्रसिद्ध किलों और महलों की झलक भी देखने को मिल सकती है, जिससे आपकी यात्रा का आनंद और बढ़ जाएगा।
बस द्वारा खाटू श्याम मंदिर जाने का रास्ता
यदि आप खाटू श्याम मंदिर की यात्रा के लिए बस का चयन कर रहे हैं, तो सबसे पहले अपने नजदीकी बस स्टैंड से जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड के लिए बस लें। यहाँ पहुँचने के बाद, आप खाटू श्याम धाम के लिए दूसरी बस में सवार हो सकते हैं। इस प्रकार, आप आसानी और सुविधा के साथ खाटू श्याम मंदिर पहुँच सकते हैं और भगवान खाटू श्याम के दर्शन कर सकते हैं। यात्रा के दौरान आपको राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का भी अनुभव मिलेगा, जिससे आपकी यात्रा और भी स्मरणीय बन जाएगी। इसके अलावा, आप रास्ते में राजस्थान के प्रसिद्ध व्यंजनों का आनंद भी ले सकते हैं, जिससे आपकी यात्रा और भी रोचक हो जाएगी।
बाबा श्याम के दर्शन के कुछ नियम : Khatu Shyam Kab Jana Chahiye
यदि आप बाबा श्याम के दर्शन करने जा रहे हैं तो आपको इन बातों का ध्यान अवश्य होना चाहिए जिससे आपको बाबा श्याम के दर्शन करने से लाभ की प्राप्ति होगी
- श्याम बाबा के दर्शन के लिए सर्वप्रथम आपको खाटू श्याम में स्थित श्याम कुंड में स्नान कर अपने तन को पवित्र करना चाहिए
- स्नान के पश्चात आपको स्वच्छ वस्त्र पहन कर बाबा श्याम के दर्शन के लिए लगी कतार में लगना होगा
- आप श्याम बाबा के दर्शन के लिए धूपबत्ती और देसी घी भी साथ में लेकर जा सकते हैं
- फिर इसके बाद जैसी आप श्याम बाबा के समीप पहुंचे तब आपको धूपबत्ती तोता दीपक जला कर श्याम बाबा को दिखाना है
- अब श्याम बाबा को उनका प्रिय प्रसाद गाय का दूध, खीर चूरमा समर्पित करें
- बाबा श्याम के दर्शन करते हुए अपनी मनोकामना को बाबा श्याम के समक्ष रखें
ऐसा करने से बाबा श्याम के दर्शन करने कि आपकी यात्रा सफल एवं पूर्ण होगी
खाटू शयाम जी जाने के लाभ
भगवान खाटू श्याम को भगवान श्री कृष्ण के ही कलयुग का अवतार माना जाता है इसी कारण से अभी कलयुग में भगवान खाटू श्याम सबसे अधिक प्रसिद्ध है और भगवान खाटू श्याम जी जाने के लाभ कुछ इस प्रकार है
- भगवान खाटू श्याम अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करते हैं
- भगवान खाटू श्याम भटके हुए भक्तों को राह दिखाते हैं
- हारे व्यक्ति को फिर से नया जीवन जीने के लिए हौसला प्रदान करते हैं
- बाबा श्याम की भक्ति करने से आप को मोक्ष की प्राप्ति होती है
- यदि आप किसी बीमारी या पीड़ा से ग्रस्त है तो भगवान खाटू श्याम के दर्शन करने से आप की बीमारी या पीड़ा खत्म होती है
खाटू श्याम के चमत्कार
भगवान खाटू श्याम के अनेकों चमत्कार है जिन्हें आप हमारे दूसरे लेख में पढ़ सकते हैं जिसका लिंक हमने यहां मेंशन किया है : खाटू श्याम के चमत्कार लेकिन इनमें से कुछ खाटू श्याम के चमत्कार हम आपको यहां बताने जा रहे हैं – खाटू श्याम के चमत्कार
गाय के थन से बहने लगा दूध: खाटू श्याम के चमत्कार
ऐसा माना जाता है कि जब कलयुग की शुरुआत हो रही थी, तब राजस्थान के सीकर जिले के खाटू नगर में बर्बरीक का शीश प्राप्त हुआ था। इस अद्भुत घटना के बारे में कहा जाता है कि एक गाय के थन से अपने आप दूध बहने लगा और जब इसे देखकर लोगों ने उस स्थान को खोदा, तो वहां उन्हें खाटू श्याम का सिर मिला। इसके बाद, लोगों ने काफी विचार-विमर्श करने के बाद इस पवित्र शीश को पुजारी को समर्पित करने का निर्णय लिया। इस दिव्य घटना ने खाटू श्याम धाम को एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बना दिया, जो आज भी भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
भक्त के आते ही अपने आप खुल गया मंदिर का ताला: खाटू श्याम के चमत्कार
खाटू श्याम बाबा के 2 सबसे बड़े भक्त थे जिसमें से एक खाटू श्याम के ही रहने वाले आलू सिंह महाराज की है और दूसरे रेवाड़ी में रहने वाले श्याम बहादुर है मंदिर से जुड़े महंत मोहनदास जी बताते हैं कि श्याम बहादुर बचपन से ही खाटू श्याम के दर्शन के लिए खाटू आते हैं और श्याम बहादुर 200 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया करते थे और इस सफर के दौरान पानी भी नहीं पीते थे और कुछ भी नहीं खाते थे साल 1944 में जब श्याम बहादुर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे तो उन्ह मंदिर के पट बंद मिले फिर उन्होंने दर्शन के लिए काफी मिन्नत भी की लेकिन मंदिर को उनके लिए नहीं खोला गया और फिर उन्होंने अपने हाथ में ली हुई मोर पंख को ताले पर लगाया और मोर पंख लगाते ही मंदिर के पट का ताला खुल गया
और भी पढ़े खाटू श्याम के बारे मे : खाटू श्याम कब जाना चाहिए
खाटू श्याम कौन हैं तथा उनसे जुड़ी 10 बातें | क्लिक करें |
खाटू श्याम जी भजन लिरिक्स | क्लिक करें |
खाटू श्याम चालीसा | क्लिक करें |
जानें खाटू श्याम बाबा के 11 प्रसिद्ध नाम | क्लिक करें |
भगवान कृष्ण के 108 नाम | क्लिक करें |
खाटू श्याम व्हाट्सएप स्टेटस | क्लिक करें |
खाटू श्याम जी शायरी | क्लिक करें |
बाबा खाटू श्याम कोट्स | क्लिक करें |
Shri Khatu Shyam Images | क्लिक करें |
सफलता का श्याम मंत्र | क्लिक करें |
खाटू श्याम के चमत्कार | क्लिक करें |
खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करने के उपाय | क्लिक करें |