Child Labour Quotes in Hindi: चाइल्ड लेबर का सबसे मुख्य कारण गरीबी है गरीबी के कारण हीं उनके माता-पिता परिवार का खर्चा नहीं उठा पाते हैं और अपने बच्चों से ही काम करवाते हैं जबकि उन मासूम बच्चों की उम्र पढ़ने लिखने और खेलने की होती है सबसे बुरी बात तो यह है कि बालश्रम हमें अपने ही घर के पास में मकानों में देखने को मिलता है जिसे हम देख कर भी अनदेखा कर देते हैं और इस कारण बाल श्रम को और बढ़ावा मिलता है
तो आज के इस पोस्ट में हम बाल श्रम या बाल मजदूरी के विरोधी कोट्स, स्लोगन, शायरी, कविताएं आदि लेकर आए हैं जिसे आप अपने सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सएप स्टेटस आदि पर शेयर करके जागरूकता की एक किरण फैला सकते हैं और इस बढ़ रहे बाल श्रम के अत्याचार को रोकने में हमारी सहायता कर सकते हैं जो हम इस लेख के माध्यम से लोगों में फैलाना चाह रहे हैं तो चलिए पढ़ते हैं
Child Labour Quotes in Hindi | Child Labour Shayari, Message, Status
टॉपिक | चाइल्ड लेबर / बाल श्रम दिवस 2024 |
लेख प्रकार | आर्टिकल |
साल | 2024 |
अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस | 12 जून |
वार | सोमवार |
अवर्ति | हर साल |
कहां मनाया जाता है | दुनिया भर में |
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Child Labour Quotes in Hindi | Bal shram slogans in Hindi 2024
बचपन में खेल खिलौने या सीमेंट कंक्रीट
बचपन में स्कूल बैग या सामानो का बोझा
ये तय करता है कि आप
आप जी रहे हो बचपन
या ढो रहे हो जीवन
चंद सिक्कों ने बचपन जिसका छीन लिया ,
उसके लिए थोड़े सपने बुनने की बात करता हूँ मैं
कॉपी , किताबें , खिलौने उनके हांथों में देना,
और थोड़े सपने देकर उनका बचपन उन्हें वापस देना है
बाल मजदूरी को जड़ से मिटाना है और
अपने और अपने देश के माथे से कलंक मिटाना है
बाल मजदूरी एक पाप है
जिसके जिम्मेदार आप भी हैं
हर रोज ये बच्चे जहां से जवाब मांगते हैं,
मन ही मन ये बच्चे अपने लिए खिलौने और किताबें मांगते हैं
वो गाली खाकर भी काम करता रहा
वो मजबूर था साहब मजदूरी करता रहा
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Child Labour Message in Hindi | Bal Shram Slogans 2024
माता पिता दुश्मन बन जाते हैं
जब वो नन्हे हाथों से काम करवाते हैं
अभी करनी है हमें पढ़ाई
मत करवाओ हमसे कमाई
माना मेहनत श्रम जीवन में आवश्यक,
लेकिन शिक्षा का है अपना महत्त्व!!
यूँ तो आम बात होती है चौराहे पर चीजों का बिकना
पर आज मैंने किसी का बचपन बीच चौराहे पर बिकते देखा
बच्चे तो देश को आगे ले जायेंगे,
अगर इन्हें मजदूरी पर ना लगायेंगे
ना जाने वो बच्चा किस खिलौने से खेलता है
जो दिन भर बाजार में खिलौने बेचता है
यूँ भूख से गरीबी से मजबूर हो गए,
छोड़ी कलम किताब तो मजदूर हो गए
बाल मजदूरी है अभिशाप ,
बच्चों से मजदूरी करवाना है पाप
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Child Labour Quotes 2024 | Bal shram slogans in Hindi 2024
इस दुनिया में मजदूर सा दरबदर कोई नहीं ,
जिसने सबके घर बनाएं उसका कोई घर नहीं
माता पिता भी दुश्मन बन जाते हैं ,
जब वो नंन्हे हाथों से मजदूरी करवाते हैं
हमने अब ये ठाना है बाल मजदूरी को जड़ से मिटाना है।
बाल मजदूरी हटाओ बच्चों का बचपन बचाओ
साक्षर होगी भावी पीढ़ी तो ,
सुनहरा होगा देश का भविष्य
जन जन तक आवाज फैलाओ ,
बाल मजदूरी पर लगाम लगाओ
ऐसी कौन सी लाचारी है जो छीने बच्चों की आजादी
आजाद देश की एक पुकार,
बच्चों को भी करो बाल मजदूरी से आजाद
जिम्मेदारी का बोझ नहीं बचपन की मस्ती थमाएं
इन बच्चों में उड़ने के पंख लगाएं
सब्र क्या चीज है ये उस बच्चे से पूछिए
जो रोटी के लिए काम करता है खिलौने की दुकान पर
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बाल मजदूरी शायरी / नारा | Bal shram slogans in Hindi 2024
बच्चो को बचपन की उड़ान दे दो,मजदूरी रोक उनके चेहरे पर मुस्कान दे दो !
बाल मजदूरी की बेड़िया काटो, बच्चों को आजाद कराओ !
चलो मिल के हाथ बढ़ाए, बाल मजदूरी को जड से मिटाए !
बाल श्रम एक सामाजिक अपराध है, प्रत्येक बच्चे को चमकने का अधिकार है।
बाल श्रम बाल शोषण है जिसके लिए आपके पास कोई बहाना नहीं है।
बच्चे किताबें रखने के लायक हैं, ईंटों के नहीं। बाल मजदूरी बंद करो!
हम सब ने यह ठाना है, बाल श्रम से देश को बचाना है !
मत करों कोमल हाथों पर इतना अत्याचार, नहीं सह पायेंगे बजरी और कंकर की मार !
बाल मजदूरी की रोकथाम हम सब मिल कर करें ये काम
फावड़ा न कुदाल होगी अब हर हाथ में किताब होगी
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Bal Shram Shayari in Hindi | Shayari for Bal Sharam
अभी तो हमको करनी है पढ़ाई ,
अभी मत कराओ मजदूरी और कमाई
बचपन संवारिये, देश बढ़ाये ,
बाल मजदूरी रोकें और एक बचपन बचायें
भूखे चेहरों पर लिए चाँद से प्यारे बच्चे
बेचते फिरते हैं गलियों में गुब्बारे बच्चे
कंधों पर बोझ है, आँखों में परीयों की खोज है ,
आज करना काम है बचपन किस चिड़िया का नाम है
बचपन की आंखों में दो सपने ,
उनसे न छीनो सुख उनके
किसी को क्या समझाएं कितने मजबूर हैं हम ,
बस इतना समझ लीजिए की मजदूर हैं हमचलो मिल कर सब एक अच्छा काम करें
सब मिल कर एक बच्चे को बाल मजदूरी से बचाएं
एक बचपन को फिर से बचपन बनाएं
उसके हाथों में फिर से दें किताबें और खिलौने
और कुछ सपने
फिर से बन जाने दें उसको मासूम और
उड़ने दे फिर से कल्पनाओं के आकाश में
देश के ऊपर के कलंक को मिटाएं
चलो मिल कर सब एक अच्छा काम करें
सब मिल कर एक बच्चे को बाल मजदूरी से बचाएं
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Bal Shram slogans in Hindi | Child Labour Slogans 2024
कारखाना नहीं पाठशाला दो, हमें बचपन का अधिकार दो!
बच्चों को रोजगार नहीं, शिक्षा का अधिकार दो!
कलम, किताबें, बस्ता दो बचपन का अधिकार दो!
सब मिलकर खाएं कसम, बाल मजदूरी करें खतम!
बाल मजदूरी व्यापार है, शिक्षा बच्चों का अधिकार है!
न छीनो बचपन का अधिकार, बंद करो बाल मजदूरी का व्यापार!
बाल मजदूरी पाप है, इसके जिम्मेदार हम और आप हैं!
बचपन के कंधे पर जिम्मेदारी नहीं, खेलने और पढ़ने का अधिकार दें!
बच्चों को दें शिक्षा का पंख, तभी बजे प्रगति का शंख!
बाल मजदूरी बंद हो, बचपन के मुख पर आनंद हो!
बच्चे ही भगवान की मूरत हैं, ये ही प्रगति की सूरत हैं!
इन हाथों में इमारत की ईंटें नहीं, राष्ट्रनिर्माण की ईंटें थमाएं।
बच्चों को बाल मजदूर नहीं, राष्ट्रनिर्माता बनाएं॥
इनको करने दो पढ़ाई, ना करवाओ इनसे कमाई!
बचपन बचाओ, बाल श्रम हटाओ!
मिलकर कदम उठाएंगे, बाल मजदूरी हटाएंगे!
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Child Labour Shayari in Hindi | Child Labour Quotes
एक कली के फूल बनने से पहले ना तोड़ना उसे
उसकी खूबसूरती खो जाएगी
बचपने के सम्भलने से पहले उन्हें ना झंझोरना
उनकी मासूमियत बेमानी बन जाएगी।।
खेल-कूद, पढ़ाई- लिखाई, हँसी-ठिठोली
यही तो हैं बचपन की असल पूँजी
अपने स्वार्थ के लिए ना छीनना
उनसे उनका ये सुनहरा अवसर।।
मासूम सी आँखों को सपनों की उड़ान भरने दो
उन्हें बेबसी लाचारी की थकान में ना पड़ने दो।।
मेहनत-मजदूरी की आग में जो उन्हें तपा रहे हो
उनके बचपन को तुम खाक बना रहे हो।।
हालात के मार तो पहले ही ये झेलते हैं
और इन मासूमों मजदूरी करवा कर
उनके भविष्य से निर्मम खेलते हैं।।
उम्र के कच्चे हैं ये तो अभी बच्चे हैं
पढ़ने दो इन्हें… बढ़ने दो इन्हें…
बालश्रम की आग से ना जलने दो इन्हें।।
जिन्दगी की धूप में जहाँ अच्छे-अच्छे जलते हैं
क्यूं सबकुछ जानकर भी बचपन की छाँव छीन
बच्चों को उनमें लोग घसीटते हैं।।
इनके बचपन में जो ना रंग भर सको ना सही
पर इनके बचपन को छीनने का हक भी तुम्हें नहीं।।
भोला सा होता है ये बचपन
नासमझ होता है इसके कल का दर्पण
इसे आज और कल में फर्क समझाइए
इसका फायदा ना उठाइए ।।
खिलखिलाते हैं इठलाते हैं, अपने धुन में मग्न नजर आते हैं
बच्चों के ये गुण बड़ों को लुभाते हैं
पर मजदूरी की मार में, बच्चों के ये गुण कहीं खो जाते हैं
बचपन बचा लो, राष्ट्र का भविष्य सजा लो
उन्हें उनका सही स्थान दिला दो।।
अपने बच्चों की उफ भी ना सह सकते हो
उन मासूमों का क्या जिनके आह को तुम अनदेखा कर देते हो।।
नन्हें कदम जिनमें अभी नहीं है अकेले चलने का दम
उन कदमों में मजदूरी की बेड़ियों का ना डालना बंधन।।
निगाहें इनकी कल के सुनहरे सपने संजोती है
साँसों में इनके है जज्बा भरा
इन्हें मौका तो दो जरा होगा भविष्य पर एहसान तेरा।।
ये बच्चे हैं भविष्य भावी कल के
इनकी भी होगी पहचान आगे चल के
ना बनना ग्रहण इनके बचपन के।।
इनके जड़ों का ना कटने देना
इनके मासूमियत की जगह मायूसी को ना लेने देना
मजबूरी में मजदूरी कर इनके बचपन को ना तड़पने देना।।
मजबूर हैं, बच्चे हैं पर ये किसी के मजदूर नहीं
भविष्य इनका भी उज्ज्वल होगा
गर समाज इनके प्रति भी थोड़ा संवेदनशील होगा।।
जज्बातों को इनके जो लोग समझे जरा
फिर कभी कोई बच्चा ना दिखेगा श्रमिक की तरह।।
बालश्रम एक संगीन अपराध है
इसके दोषी समाज में एक श्राप हैं।।
बालश्रम पर रोक लगाओ
उन्हें उनका हक दिलाओ।।
बचपन है हंसने-खेलने और चैन की नींद सोने के लिए
ना छीनना इनसे लाचारी और थकान के आँसू रोने के लिए।
World Day Against Child Labour 2024 Theme |
बाल श्रम निषेध दिवस 2024 थीम
इस वर्ष के World Day Against Child Labour (विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2024) के उत्सव का विषय “सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण से अंत बाल श्रम” विषय के इर्द-गिर्द घूमेगा। ILO के अनुसार, आर्थिक परिणाम के रूप में, कोरोना वायरस महामारी का लोगों की आजीविका पर भारी नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है। दुर्भाग्य से ऐसी परिस्थितियों में दुनिया भर के कई बच्चों को काफी कष्ट सहना पड़ता है।इस बात की काफी अच्छी संभावना है कि संकट दुनिया भर में लाखों कमजोर बच्चों को बाल श्रम की ओर धकेल देगा। एक उच्च-स्तरीय आभासी बहस होने जा रही है जो कुछ मुख्य चैनलों पर ध्यान केंद्रित करेगी जिसके माध्यम से महामारी बाल श्रम के उन्मूलन की दिशा में प्रगति को प्रभावित करने वाली है।
विश्व बालश्रम निषेध दिवस पर निबंध | World Day Against Child Labour Essay in Hindi
बाल श्रम को रोकने के लिए प्रत्येक वर्ष 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे पहली बार 2002 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा बाल श्रम के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पेश किया गया था। बाल श्रम को किसी भी प्रकार के काम के लिए बच्चों के रोजगार के रूप में परिभाषित किया गया है जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा डालता है और उन्हें मौलिक शैक्षिक तक पहुंच से वंचित करता है और मनोरंजन की जरूरत है। आम तौर पर एक बच्चें को श्रमिक तब माना जाता है जब वह पंद्रह वर्ष या उससे अधिक का हो जाता है। इस आयु सीमा से कम के बच्चों को किसी भी प्रकार के जबरन रोजगार में संलग्न होने की अनुमति नहीं है। क्योंकि बाल श्रम बच्चों को सामान्य परवरिश का अनुभव करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने और उनके शारीरिक और भावनात्मक कल्याण की सराहना करने के अवसर से वंचित करता है। हालाँकि यह कुछ देशों में प्रतिबंधित है, फिर भी इसे पूरी तरह से समाप्त नहीं किया गया है।
यह संगठन 1919 में वर्साय संधि के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया था, जिसने प्रथम विश्व युद्ध को समाप्त कर दिया था। यह इस सिद्धांत पर आधारित था कि स्थायी शांति केवल सामाजिक न्याय के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। परिणामस्वरूप, 2002 में, बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस की स्थापना सरकारों, नागरिक समाज संगठनों और व्यक्तियों को एक मंच प्रदान करने के लिए की गई थी, जहाँ से बाल श्रम के मुद्दे को व्यापक और समन्वित तरीके से संबोधित किया जा सके और संभावित समाधानों की पहचान और मूल्यांकन किया जा सके।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन बाल श्रम को “ऐसे काम के रूप में परिभाषित करता है जो बच्चों को उनके बचपन, उनकी क्षमता और उनकी गरिमा से वंचित करता है, और जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हानिकारक है।” इस परिभाषा का उपयोग उन गतिविधियों को निष्पक्ष रूप से पहचानने और अलग करने के तरीके के रूप में किया जाना था जो एक बच्चे को एक स्वस्थ व्यक्ति के रूप में बढ़ने में मदद करती हैं, जो वास्तव में बाल श्रम हैं। बाल श्रम का मुख्य कारण गरीबी है। पैसे कमाने के लिए बच्चों को उनके परिवारों द्वारा काम पर धकेल दिया जाता है। छोटे बच्चों को दुकानों, खेतों, खानों, कारखानों में दिहाड़ी मजदूरों के रूप में या यहाँ तक कि घरों में घरेलू नौकरों के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। ये बच्चे कुछ पैसे कमाने के लिए काम करते हैं जब उन्हें स्कूल जाना चाहिए या अपने दोस्तों के साथ खेलना चाहिए। इन जगहों पर भुगतान कम होता है और काम का माहौल अक्सर असुरक्षित और बच्चों के लिए हानिकारक होता है। सरकार ने इस समस्या पर रोक लगाने के लिए बाल श्रम के खिलाफ कई कानून बनाए हैं। हमें भी हर बच्चे को स्कूल जाने और शिक्षित होने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे बाल श्रम में शामिल न हों।
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