भारत की लगभग 80% जनसंख्या कृषि कार्यों पर निर्भर है और खेती करके अपना जीवनयापन कर रही है। वर्तमान केंद्र सरकार भारतीय किसानों की आय को दोगुना करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके लिए विभिन्न योजनाएं जैसे पीएम फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड ऋण योजना (KCC Loan Yojana), किसान सम्मान निधि योजना, किसान बीमा और कृषि उड़ान योजना के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
केंद्र सरकार ने भारतीय किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए कई उपाय किए हैं। विशेष रूप से, सीमांत किसान, जो अपनी कृषि को विकसित करने में आर्थिक रूप से असमर्थ हैं, उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC Yojana) लागू की गई है।
यह योजना अगस्त 1998 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत, भारतीय किसान किसी भी राष्ट्रीय बैंक से KCC लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसान अपनी जमीन के अनुसार ₹50,000 से लेकर ₹3,00,000 तक का लोन ले सकते हैं। KCC ऋण पर किसानों से 4% ब्याज दर पर छह महीने और वार्षिक 7% ब्याज लिया जाता है।
अब हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि किसान क्रेडिट कार्ड क्या है, इसके फायदे क्या हैं, और 2024 में KCC योजना से जुड़ने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
किसान क्रेडिट कार्ड क्या है? (KCC Loan in Hindi) | Kisan Credit Card Kya Hai
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बैंकिंग प्रणाली में एक प्रकार का ऋण है, जो किसानों को उनकी जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर प्रदान किया जाता है। ऋण प्राप्त करने के लिए किसानों को भूमि से जुड़े दस्तावेज और अपने स्वामित्व की जानकारी बैंक में प्रस्तुत करनी होती है। इसके बाद उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड लोन दिया जाता है, जिसके लिए 4% से 7% तक का वार्षिक ब्याज (ROI) लिया जाता है।
यदि किसान ऋण को छह महीने में चुकाते हैं, जिसे “रोलओवर” (Roll Over) कहा जाता है, तो उन्हें केवल 4% ब्याज का भुगतान करना होता है।
इसके अलावा, वर्तमान में चल रही PM Fasal Bima Yojana के अंतर्गत केसीसी ऋण लेने वाले किसानों को नि:शुल्क फसल बीमा की सुविधा दी जाती है। किसान जिस बैंक से ऋण ले रहे हैं, उसी बैंक में पीएम फसल बीमा के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, बैंक खरीफ फसलों के लिए 2% और रबी फसलों के लिए 1.5% प्रीमियम राशि किसानों से लेता है।
अब आइए जानते हैं कि किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन-कौन से किसान आवेदन कर सकते हैं और इसके लिए कितनी जमीन की आवश्यकता होती है।
किसान क्रेडिट कार्ड कितनी जमीन चाहिए | kcc ke liye kitni jamin chaiye
KCC लोन 2024 के लिए, किसान के पास कम से कम आधा बीघा (½ बीघा) कृषि योग्य (उपजाऊ) जमीन होनी चाहिए। इसके अलावा, किसान अपनी अन्य जमीन के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह पूरी तरह से किसान की स्वइच्छा पर निर्भर करता है कि वह कितनी जमीन पर ऋण लेना चाहते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाले लोन की राशि बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है। उच्च भूमि मूल्य वाले क्षेत्रों में अधिक ऋण राशि उपलब्ध होती है। आमतौर पर, राष्ट्रीयकृत बैंक 60% से 80% तक लोन प्रदान करते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि किसी किसान के पास 1 बीघा जमीन है, और उसकी कीमत डीएलसी रेट या सर्किल रेट के अनुसार ₹200,000 प्रति बीघा है, तो वह 60% के आधार पर ₹120,000 का लोन ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, किसान के पास जितनी अधिक जमीन होगी और उसकी कीमत जितनी अधिक होगी, उसी के आधार पर लोन राशि का आकलन किया जाएगा।
केसीसी लोन की पात्रता (कौन से किसान केसीसी ऋण ले सकते हैं) | Kisan Credit Card Requirements
KCC लोन के लिए पात्रता की कोई विशेष बाध्यता नहीं है, जिससे सीमांत या लघु किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यदि किसान अपनी फसल को विकसित करने के लिए Kisan credit card ऋण लेना चाहते हैं, तो यह योजना सभी के लिए उपलब्ध है।
KCC लोन की राशि किसान के पास मौजूद भूमि की मूल्यांकन (वैल्यूएशन) के आधार पर नाबार्ड बैंक और राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है। KCC ऋण लेने के लिए किसानों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है:
- उम्र: आवेदक किसान की उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- लैंगिकता: महिला और पुरुष दोनों किसान किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- सीमांत किसान: सीमांत किसान इस योजना के प्राथमिक पात्र हैं।
- अनुदान प्राप्त किसान: जिन किसानों को पीएम किसान निधि योजना के तहत अनुदान मिल रहा है, उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड लोन तुरंत उपलब्ध कराया जा सकता है।
- भूमि का आकार: किसान के पास कम से कम आधा बीघा (½ बीघा) उपजाऊ जमीन होना आवश्यक है।
केसीसी ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज | Documents Required for KCC Loan
जो किसान KCC लोन लेना चाहते हैं, उन्हें भूमि स्वामित्व और स्थायी पते से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बैंक में प्रस्तुत करने होंगे। भूमि से जुड़े दस्तावेज जैसे जमाबंदी नकल और खतौनी को ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है। इन्हें प्रमाणित करवाकर किसान KCC लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक रूप से प्रस्तुत करने होंगे:
किसान पहचान से संबंधित दस्तावेज:
- किसान का पहचान पत्र (Farmer’s ID card)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट (जैसे अन्य दस्तावेज)
इन दस्तावेजों के माध्यम से किसान का स्थायी पता भी प्रमाणित किया जाएगा।
जमीन से संबंधित दस्तावेज:
किसानों को भूमि से जुड़े निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:
- जमाबंदी नकल
- खतौनी नकल
- भू नक्शा
- गिरदावरी रिपोर्ट
- फसल बुवाई प्रमाण पत्र
- पटवारी रिपोर्ट
केसीसी ऋण की ब्याज कैलकुलेटर | केसीसी पर कितना ब्याज लगता है?
KCC लोन ब्याज गणना | Kisan Credit Card
KCC ब्याज दर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा निर्धारित किया जाता है। वर्तमान में KCC लोन पर ब्याज दर 4% से 7% के बीच होती है। हालांकि, किसान क्रेडिट कार्ड आमतौर पर 7% की ब्याज दर पर उपलब्ध है। यदि किसान हर छह महीने में KCC को रोल ओवर करते हैं, तो उन्हें 3% की छूट मिलती है, जिससे उन्हें केवल 4% वार्षिक ब्याज चुकाना पड़ता है।
हाल ही में रिजर्व बैंक ने KCC ऋण पर कुछ अनुदान (छूट) देने की घोषणा की है, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के लिए संशोधन के साथ ब्याज अनुदान योजना (आईएसएस) को जारी रखने की मंजूरी दी गई है।
रिजर्व बैंक के अनुसार, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से 3,00,000 रुपये तक के अल्पकालिक ऋण के लिए ब्याज दर 7% होगी। चालू वित्त वर्ष 2022-23 और अगले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज अनुदान 1.5% होगा।
ब्याज राशि में छूट की गणना किसानों द्वारा लिए गए ऋण की राशि, उसके वापस लौटने की अवधि, और बैंक द्वारा निर्धारित समय सीमा में राशि जमा कराने पर लागू होगी। यह छूट अधिकतम 1 वर्ष के लिए दी जाएगी। यदि किसान समय पर KCC ऋण चुकाते हैं, तो उन्हें प्रति वर्ष 3% की अतिरिक्त ब्याज सहायता प्रदान की जाएगी।
हालांकि, यदि किसान kisan credit card लोन की राशि बैंक में समय पर जमा नहीं करवाते, तो उन्हें वार्षिक 12% से 13% तक ब्याज चुकाना पड़ सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के उद्देश्य एवं फायदे | Kisan Credit Card Ke Fayede
भारतीय किसानों के लिए KCC लोन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि उन्हें कम ब्याज दर पर लंबी अवधि के लिए ऋण प्राप्त होता है। इसके अलावा, सरकार किसान क्रेडिट कार्ड के धारक किसानों को ऋण राशि में छूट भी प्रदान करती है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में सरकार द्वारा कुछ किसानों के ऋण माफ कर दिए जाते हैं। कुल मिलाकर, Kisan Credit Card Yojana किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, जिसका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
वर्तमान में, किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का भी लाभ मिल रहा है। KCC लोन योजना से किसानों को मिलने वाले प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- कम से कम भूमि पर लोन: भारतीय किसानों को केवल आधा बीघा जमीन पर ही KCC लोन मिल जाता है।
- उच्चतम लोन राशि: किसानों को जमीन की DLC Rate के आधार पर अधिकतम 80% तक KCC लोन उपलब्ध होता है।
- ब्याज दर: KCC लोन पर वार्षिक ब्याज दर 7% है। यदि किसान समय पर (6 महीने के भीतर) KCC लोन चुकाते हैं, तो उन्हें केवल 4% वार्षिक ब्याज चुकाना होता है।
- अतिरिक्त छूट: समय पर KCC लोन जमा करने पर किसानों को 3% ब्याज दर में अतिरिक्त छूट मिलती है।
- अतिरिक्त ब्याज छूट: हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक ने Kisan Credit Card Yojana पर 1.5% अतिरिक्त ब्याज छूट देने की घोषणा की है, जो उन किसानों के लिए है जो समय पर अपने KCC लोन चुकाते हैं।
- सीधे बैंक से लोन: किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए बैंक और किसान के बीच किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती, अर्थात किसान बिना गवाह के सीधे बैंक से अपनी जमीन पर लोन ले सकते हैं।
KCC Ke Fayde | Benefit of Kisan Credit Card
- किसान अपनी पहचान पत्र और भूमि से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करके कम समय में KCC लोन प्राप्त कर सकते हैं। जो किसान अपनी कृषि गतिविधियों को विकसित करना चाहते हैं या कृषि लोन के माध्यम से किसी अन्य व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं, उन्हें कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होता है।
- किसानों को अपनी जमीन गिरवी रखकर साहूकार या जमादार से लोन लेने की आवश्यकता नहीं होती। किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसान बिना किसी विशेष प्रक्रिया के Kisan Credit Card Yojana, पीएम फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि योजना, और किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों को बैंकों से एटीएम और चेकबुक भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। 1.60 लाख रुपये तक के KCC लोन के लिए किसान को किसी गवाह की आवश्यकता नहीं होती, जबकि इससे अधिक राशि के लोन के लिए किसान को दो गवाहों की आवश्यकता होगी।
- इसके अलावा, किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसान दुर्घटना बीमा योजना का भी लाभ मिलता है, जिसमें किसान की मृत्यु होने पर ₹50,000 का और विकलांगता होने पर ₹25,000 का बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड लोन कैसे लें | How to Apply KCC Loan Online
जो किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं, उन्हें पहले से सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार कर लेने चाहिए, ताकि आवेदन करने में समय बर्बाद न हो और KCC लोन की राशि तुरंत उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सके। KCC लोन लेने के लिए किसानों को विशेष आवेदन प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं होती। किसान अपने नजदीकी ग्रामीण विकास बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक में जाकर KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को KCC लोन उपलब्ध कराने के लिए सरकारी बैंक, प्राइवेट बैंक, ग्रामीण विकास बैंक और नाबार्ड बैंक सभी प्रतिबद्ध हैं। सभी बैंक, जो रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं, किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसानों की सेवा में तत्पर हैं।
KCC लोन के लिए रिजर्व बैंक समय-समय पर ब्याज दरों में अपडेट प्रदान करता है, जिसे जानने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
Kisan Credit Card Loan: राष्ट्रीय कृषि एवं विकास बैंक
RBI: भारतीय रिजर्व बैंक
पीएम किसान ऑफिशल पोर्टल से भी PM Kisan Card Yojana (KCC Loan) के लिए आवेदन कर सकते है।
KCC Card आवेदन फॉर्म डाउनलोड करने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर क्लिक करें।
केसीसी लोन कैसे मिलता है? | केसीसी ऋण बंधक प्रक्रिया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के अनुसार, बैंक किसानों को ₹1,60,000 तक का लोन बिना किसी बंधक प्रणाली के प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। यदि किसानों को ₹1,60,000 से अधिक का ऋण लेना है, तो उनकी जमीन को बैंक द्वारा अधिकृत रूप से बंधक बनाया जाता है।
इस बंधक प्रक्रिया के लिए किसानों से लिखित रूप में, अर्थात् हस्ताक्षरित प्रारूप के माध्यम से, न्यायालय में प्रस्तुत किया जाता है। इस संदर्भ में, बैंक किसानों से समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करवाते हैं, जिसे बंधक पत्र कहा जाता है। यह पत्र 30 दिनों के भीतर तहसील या रजिस्ट्री कार्यालय में भेजा जाता है। बैंक, दो प्रतियां तहसील कार्यालय में और दो प्रतियां रजिस्ट्रार कार्यालय में अपने अधिकृत अधिवक्ता (वकील) के माध्यम से भेजता है।
तहसील द्वारा प्रमाणित किए जाने के बाद एक प्रति बैंक में भेज दी जाती है। इस प्रकार, किसान की जमीन बैंक के द्वारा अधिकृत रूप से बंधक प्रक्रिया के तहत बंधक बनती है।
यह प्रक्रिया बैंक द्वारा अनिवार्य रूप से पूरी की जानी चाहिए, क्योंकि कुछ किसान कृषि ऋण लेने के बाद समय पर चुकता नहीं करते और जमीन को किसी अन्य व्यक्ति को बेच देते हैं। इस स्थिति में, बैंक को ऋण वसूली के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बंधक प्रक्रिया के पूरी होने के बाद, किसान उस जमीन को बिना ऋण चुकाए नहीं बेच सकते। इसका अर्थ है कि रजिस्ट्री कराने से पूर्व बैंक से “नो ड्यूज़” (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेना अनिवार्य कर दिया गया है।
किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु होने पर | After Kisan Credit Card Holder Death
Kisan Credit Card Loan Yojana के तहत बैंकों द्वारा किसानों का बीमा भी कराया जाता है। यदि किसी कारणवश किसी किसान की ऋण अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी द्वारा बैंक ऋण का भुगतान किया जाता है।
हालांकि, यदि किसान का बीमा नहीं कराया गया है, तो इस स्थिति में संपत्ति के वारिस, यानी किसान के उत्तराधिकारी को बैंक ऋण चुकता करना अनिवार्य हो जाता है।
अक्सर ऐसा देखा गया है कि सीमांत किसान, जो समय पर KCC ऋण का भुगतान नहीं कर पाते, उन्हें सरकार द्वारा ऋण माफी योजना के तहत कृषि ऋण माफ कर दिए जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, उत्तराधिकारी को “नो ड्यूज़” (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्रदान किया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा | Kisan Credit Card Accident Bima
जो किसान बैंक से ऋण लेते हैं, उन्हें इंश्योरेंस कंपनियों के माध्यम से बीमित किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में बैंक को ऋण वसूली में किसी प्रकार की समस्या न हो। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा किसानों का दुर्घटना बीमा करवाने के लिए आग्रह किया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा योजना के तहत, यदि किसी किसान की मृत्यु होती है, तो उन्हें ₹50,000 का अनुदान दिया जाता है। यदि किसान किसी दुर्घटना में विकलांग हो जाते हैं, तो उन्हें ₹25,000 का अनुदान प्रदान किया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के नुकसान | Disadvantages of Kisan Credit Card
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के पीछे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, विशेषकर उन किसानों के लिए जिन्होंने बीमा नहीं कराया है या समय पर ऋण की अदायगी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे किसानों को निम्नलिखित नुकसान उठाने पड़ सकते हैं:
- ऋण की अवधि: किसानों को 5 साल के लिए किसान क्रेडिट कार्ड ऋण दिया जाता है।
- समय पर अदायगी न करने पर परिणाम: यदि किसान समय पर ऋण की अदायगी नहीं कर पाते हैं, तो उनकी जमीन को जप्त किया जा सकता है, और अंततः नीलामी की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है।
- उच्च ब्याज दरें: यदि कोई किसान कृषि ऋण की अदायगी नहीं कर पाते, तो उन्हें 7% से अधिक ब्याज देना पड़ सकता है, जो कि अधिकतम 12% से 13% तक हो सकता है।
- भूमि की बिक्री पर प्रतिबंध: किसान ली गई जमीन को अपनी इच्छा अनुसार नहीं बेच सकते, जब तक ऋण पूरी तरह से चुकता नहीं किया जाता और बैंक से “नो ड्यूज़” (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं प्राप्त किया जाता।
- बीमा की कमी: यदि जमीन पर लिए गए ऋण का बीमा नहीं कराया गया है, तो किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु की स्थिति में उसके परिवार के सदस्यों को उस जमीन का ऋण चुकाना पड़ सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड हेल्पलाइन नंबर | Kisan Credit Card Helpline Number
भारतीय किसानों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कृषि ऋण (Krshi Rin) उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उन्हें अपनी फसल और कृषि कार्य को विकसित करने के लिए सहयोग राशि प्राप्त होती है।
यदि किसानों को इस योजना से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत या सुझाव देना हो, तो वे टोल फ्री नंबर 0120-6025109 या 155261 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप सरकार को लिखित में सुझाव देना चाहते हैं, तो आप pmkisan-ict@gov.in पर ईमेल भेज सकते हैं।
FAQ’s: किसान क्रेडिट कार्ड योजना 2025 | Kisan Credit Card क्या है
Q. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) क्या है?
किसान क्रेडिट कार्ड एक ऋण योजना है, जिसे भारतीय किसानों के लिए उनकी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाया गया है। यह कार्ड किसानों को बैंक से ऋण लेने की सुविधा प्रदान करता है, जो उनके जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर निर्धारित होता है।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
किसान अपने नजदीकी राष्ट्रीयकृत बैंक या ग्रामीण विकास बैंक में जाकर KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन पत्र भरना होगा।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
KCC के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
- किसान पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड)
- भूमि स्वामित्व से संबंधित दस्तावेज (जमाबंदी नकल, खतौनी)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्थायी पता प्रमाण (जैसे राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र)
Q. KCC ऋण की राशि कितनी होती है?
किसान अपनी भूमि के मूल्य के आधार पर ₹50,000 से लेकर ₹3,00,000 तक का ऋण ले सकते हैं। उच्च भूमि मूल्य वाले क्षेत्रों में अधिकतम ऋण राशि प्राप्त की जा सकती है।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दरें क्या हैं?
KCC पर ब्याज दरें 4% से 7% के बीच होती हैं। यदि किसान ऋण को छह महीने में चुकाते हैं, तो उन्हें केवल 4% ब्याज देना होता है।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या हैं?
- कम ब्याज दर पर ऋण
- फसल बीमा की सुविधा
- बिना बंधक के ऋण की अधिकतम राशि ₹1,60,000 तक
- किसानों को सीधे बैंक से ऋण प्राप्त करने की सुविधा
Q. क्या सभी किसान KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं?
हाँ, सभी किसान, विशेष रूप से सीमांत और छोटे किसान, KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें केवल निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा।
Q. क्या KCC ऋण के लिए कोई विशेष पात्रता मानदंड है?
KCC ऋण के लिए आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और किसान के पास कम से कम ½ बीघा कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा योजना क्या है?
इस योजना के तहत, यदि किसी किसान की मृत्यु होती है, तो उनके परिवार को ₹50,000 का अनुदान मिलता है। यदि किसान विकलांग हो जाते हैं, तो उन्हें ₹25,000 का अनुदान दिया जाता है।
Q. किसान क्रेडिट कार्ड के नुकसान क्या हो सकते हैं?
यदि किसान समय पर ऋण चुकता नहीं करते हैं, तो उनकी जमीन जब्त की जा सकती है। इसके अलावा, बिना बीमा के स्थिति में, उनकी मृत्यु पर परिवार को ऋण चुकाना पड़ सकता है।
Note: यदि आपको इस योजना से संबंधित और जानकारी चाहिए या कोई सुझाव देना है, तो आप टोल फ्री नंबर 0120-6025109 या 155261 पर संपर्क कर सकते हैं।