Sawan Vinayak Chaturthi 2025: सावन महीना हिन्दू पंचांग के अनुसार विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह मॉनसून के महीने को दर्शाता है और सावन महीना भगवान शिव की भक्ति और पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है । सावन का महीना भगवान शिव की परिवार की पूजा के लिए अच्छा माना जाता है इसी महीने में ‘सावन व्रत’ और ‘कांण्डा एकादशी’ जैसे विशेष व्रत भी आते हैं जिनमें श्रद्धालु भक्त भगवान शिव की आराधना और पूजा करते हैं।
इस सावन महीने मैं एक और महत्वपूर्ण व्रत है , वो है “सावन विनायक चतुर्थी”। इस बार विनायक चतुर्थी 24 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी और यह त्योहार भगवान गणेश के प्रति भक्तों की विशेष श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है। इस दिन लोग भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें धूप, दीपों, फूलों, फलों और मिठाइयों से सजाकर आराधना की जाती है। और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं।
इस ब्लॉग में, हम सावन विनायक चतुर्थी के इस प्रसिद्ध त्योहार के बारे में गहराई से जानेंगे, इसके पीछे की कहानी और महत्वपूर्णता को समझेंगे, और जानेंगे कि इसे लोग कैसे धूमधाम से मनाते हैं। तो चलिए जानते हैं और इस पवित्र मौके का आनंद लेते हैं। – Sawan Vinayak Chaturthi 2025 in HIndi
सावन विनायक चतुर्थी 2025 डेट (Sawan Vinayak Chaturthi 2025 Date)
Sawan Vinayak Chaturthi: सावन महीना भगवान शिव के परिवार की पूजा के लिए अच्छा माना जाता है और इस साल सावन विनायक चतुर्थी व्रत 20 अगस्त 2030 को रखी जाएगी और इस विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी के नाम से भी है जानते हैं और जो भी भक्त इस दिन गणेश भगवान की पूजा और उनके लिए व्रत रखता है भगवान उस पर प्रसन्न होकर उसे ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते हैं
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सावन विनायक चतुर्थी 2025 मुहूर्त (Sawan Vinayak Chaturthi 2025 Muhurat)
इस वर्ष वैदिक पंचांग के मुताबिक सावन विनायक चतुर्थी व्रत के दिन पांच योग का निर्माण हो रहा है जिन्हें ज्योतिषशास्त्र में अच्छे मुहूर्त में गिना जाता है और पंचांग के अनुसार सावन शुक्ल चतुर्थी की शुरुआत 24 जुलाई 2025 को रात 8:14 पर प्रारंभ होगी और अगले दिन 25 जुलाई 2025 को शाम 6:35 पर खत्म होगी। विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है और इनकी पूजा दोपहर को मध्य काल के दौरान की जाती है। तथा आपकी सावधानी के लिए बता दें इस व्रत का लाभ उठाने के इसमें चंद्र दर्शन करना वर्जित माना जाता है।
विनायक चतुर्थी तिथि के 5 शुभ योग
- सर्वार्थ सिद्धि योग – 24 जुलाई 2025, सुबह 8:14 से 25 जुलाई 2025, शाम 6:35 तक
- रवि योग – 24 जुलाई 2025, सुबह 8:14 से 25 जुलाई 2025, शाम 6:35 तक
- अमृत सिद्धि योग – 24 जुलाई 2025, सुबह 8:14 से 25 जुलाई 2025, शाम 6:35 तक
- साध्य योग – 23 जुलाई 2025, रात 9:18 से 24 जुलाई 2025, रात 9:58 तक
- शुभ योग – 24 जुलाई 2025, रात 9:58 से 25 जुलाई 2025, रात 10:20 तक
पूजा मुहूर्त
- पूजा मुहूर्त – सुबह 11:26 से दोपहर 1:58 (25 जुलाई 2025)
- चंद्रोदय समय – सुबह 9:03
- चंद्रास्त समय – रात 9:09
सावन विनायक चतुर्थी महत्व ~ Sawan Vinayak Chaturthi
सावन विनायक चतुर्थी का महत्व बेहद ही खास है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से उनके सभी भक्तों के संकट गणेश जी भगवान स्वयं खुद हर लेते हैं और बुद्धि, धन, बल, विद्या और परिवार की खुशी के लिए सावन विनायक चतुर्थी का व्रत और गणेश जी भगवान की पूजा अवश्य करनी चाहिए
जानिए कैसे करें विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा
- श्री विनायक चतुर्थी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए और इस दिन हो सके तो लाल रंग के वस्त्रों को पहनना चाहिए
- भगवान गणेश जी की पूजा दोपहर में की जाती है अब दोपहर में पूजन के समय अपने अनुसार सोने, चांदी, पीतल, तांबा, मिट्टी, आदि से निर्मित गणेश भगवान की प्रतिमा की स्थापना करें
- संकल्प के बाद षोडशोपचार पूजन कर श्री गणेश की आरती करें
- अब इसके बाद भगवान श्रीगणेश को सिंदूर अर्पण करें
- अब गणेश मंत्र का जाप करते ”ॐ गण गणपतये नमो नमः’’ हुए 21 बार दूर्वा जल चढ़ाएं
- अब गणेश भगवान को पंचामृत, रोली, अक्षत, जनेऊ, कूश सुपारी और लड्डू का भोग लगाएं
- इसके बाद भगवान श्री गणेश की आरती करके इस पूजा को संपन्न करें
भगवान श्री गणेश की आरती ~ Bhagwan Ganesh Ji ki Aarti
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
चालीसा पाठ | चालीसा PDF Download
विनायक चतुर्थी गणेश जी मंत्र – Shree Ganesh Mantra
वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ: ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।
गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं ।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम् ।।
एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं ।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम् ।।
सर्वाज्ञाननिहन्तारं सर्वज्ञानकरं शुचिम् ।
सत्यज्ञानमयं सत्यं मयूरेशं नमाम्यहम् ।।
खाटू श्याम | Khatu Shyam Other Articles
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